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राजस्थान की एक अनछुई जगह गौतमेश्वर महादेव मंदिर

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सभी भाई जी को मेरा सादर नमस्कार आज बात करते है एक अनछुई जगह राजस्थान के गौतमेश्वर महादेव गुफा की जो मन्दसौर से 51 किलोमीटर दूर राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के गौतमेश्वर महादेव मंदिर की। यह मंदिर राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले ओर अरनोद तहसील के 3 किलोमीटर दूरी पर है। यहाँ का प्राकृतिक भौगोलिक वातावरण बहुत ही शांत और सुंदर है। आप यहाँ मन्दसौर तक ट्रेन से ओर उससे आगे आपको बस से सफर करना होता है मन्दसौर से आपको प्रतापगढ़ ओर यहा से अरनोद होते हुए बस आपको गौतमेश्वर मंदिर छोड़ देती है। यह पूरा क्षेत्र आदिवासी बहुल इलाका है। जब आप गौतमेश्वर उतरेंगे तो आप चकरा सकते है कि यहाँ तो मंदिर ही नही है तो जनाब आप जिस जगह खड़े है उसी के नीचे मंदिर है जो एक प्राकृतिक गुफा है। अब आपको यहा से नीचे की तरफ जाना होता है उससे पहले अगर आपको नहाना है तो एक कुंड भी बना हुआ है कहावत है कि इस कुंड में जोभी नहाता है उसके पापो को क्लीन चिट मिल जाती है कि जा बेटा अभी तो ओर पाप कर । अब यहाँ से गोल घूमती हुई सीढ़िया जो मंदिर की तरफ जाती है और आप कुछ ही क्षणों में पहुच जाते है मंदिर के सामने अब आप प्रकति के गोद मे बसे इस सुंदर श

पंच केदारो में चौथे केदार भगवान रुद्रनाथ यात्रा भाग 1

नमस्कार दोस्तो इस साल की गई ग्रीष्मकालीन यात्रा की यादे लेकर आया हूँ ।उम्मीद करता हूँ आपको पसंद आएगी और आगामी कोई मित्र यात्रा करना चाहे तो उसकी मददगार होगी । तो आइए सफर शुरू करने से पहले उसकी बनावट तो देख ले । दिनांक 15 मई को मेरे रिश्तेदार नाहर सिंह  का मेरे यहा आना हुआ बातों बातों में पिछली यात्रा का जिक्र हुआ जो हम तीन दोस्तो ने फरवरी 2018 में की थी यह बात हो रही ही थी के नाहरसिंह एकाएक बोल पड़ा के अभी मेरे छुट्टी 15 जून तक ओर है बनाओ कहि का घुमक्कड़ी प्रोग्राम । इस बार मेरी इच्छा नही थी कहि घूमने जाने की तो पहले तो मैने मना कर दिया पर दो एक  दिन निकलने के बाद फिर से भाई का कॉल आया भाई ने कहा के अगले 10 माह में कही न जा पाऊंगा तो चलो इन बचे कुछ दिनों में एक यात्रा ही कर आये ।इस बार भोलेनाथ को कुछ और ही मंजूर था। मेने भी उससे कहा कि में कोशिश करता हूँ देखता हूँ कहा कि यात्रा हो सकती है। हमारे ग्रुप यात्रा चर्चा जो संदीप जाट भाई के द्वारा बनाया गया एक घुमक्कड़ी परिवार है।  उसमें एक से बढ़कर एक घुमक्कड़ भाई जुड़े हुए है यहाँ चर्चा की तो कुछ ऑप्शन निकले की चारधाम कर लो पर चारधाम कपाट तो